– जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी का द्वितीय दीक्षांत समारोह आयोजित, 872 छात्राओं को मिली डिग्री
– 32 छात्राओं को मिला गोल्ड मेडल, शौमिनी दास को विशेष सम्मान,
– मुस्कान महतो ओवरऑल बेस्ट ग्रेजुएट, राज्यपाल ने किया फूलो झानो गर्ल्स हॉस्टल और सीनेट हॉल का उद्घाटन

Jamshedpur : झारखंड के राज्यपाल और विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति संतोष गंगवार ने जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय के द्वितीय दीक्षांत समारोह में छात्राओं को संबोधित करते हुए प्रेरणादायक संदेश दिया। उन्होंने कहा कि बेटियों को अपने करियर के रास्ते को समझदारी से चुनना चाहिए और अनुशासन के साथ आगे बढ़ना चाहिए। खुद पर विश्वास रखें और हर चुनौती को एक नए अवसर के रूप में स्वीकार करें।

उन्होंने कहा कि शिक्षा वह ताकत है, जिससे दुनिया को बदला जा सकता है। छात्राओं को अपनी प्रतिभा, ज्ञान और मेहनत का पूरा उपयोग करना चाहिए, ताकि वे अपने लक्ष्य को हासिल कर सकें।

महिलाओं के कार्यक्षेत्र का दायरा सीमित नहीं
राज्यपाल गंगवार ने कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना रही हैं। वे डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक, प्रशासक, एथलीट और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में बेहतरीन प्रदर्शन कर रही हैं। उन्होंने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर और नेल्सन मंडेला के विचारों को उद्धृत करते हुए कहा कि महिलाओं की प्रगति से ही समाज की वास्तविक प्रगति संभव है।
बेटियां कर रही हैं उच्च शिक्षा में शानदार प्रदर्शन
राज्यपाल ने कहा कि विभिन्न विश्वविद्यालयों के दीक्षांत समारोहों में देखा गया है कि स्वर्ण पदक प्राप्त करने वालों में छात्राओं की संख्या अधिक होती है। यह दिखाता है कि जब एक बेटी शिक्षित होती है, तो वह पूरे परिवार और समाज को शिक्षित करती है।
छात्राओं को राष्ट्र निर्माण में योगदान की प्रेरणा
राज्यपाल गंगवार ने विश्वविद्यालय के शिक्षकों की कड़ी मेहनत और योगदान की सराहना की, जिससे छात्राओं को उच्च शिक्षा में सफलता मिली। उन्होंने कहा कि डिग्री केवल प्रमाण पत्र नहीं, बल्कि ज्ञान और प्रतिबद्धता का प्रतीक है। छात्राओं को अपनी शिक्षा का उपयोग समाज और राष्ट्र के विकास में करना चाहिए।
जेआरडी टाटा और रतन टाटा के योगदान को याद किया गया
राज्यपाल ने महिला शिक्षा को बढ़ावा देने में जेआरडी टाटा और रतन टाटा के योगदान की सराहना की। उन्होंने बताया कि 1962 में जेआरडी टाटा ने इस संस्थान के लिए भूखंड उपलब्ध कराया, जिससे यह आज एक प्रमुख विश्वविद्यालय के रूप में विकसित हुआ।
गर्ल्स हॉस्टल और सीनेट हॉल का उद्घाटन
समारोह में राज्यपाल संतोष गंगवार ने गर्ल्स हॉस्टल और सीनेट हॉल का उद्घाटन किया। इस मौके पर विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अंजिला गुप्ता और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
जल्द शुरू होगा कंप्यूटर साइंस में बी.टेक कोर्स
समारोह में कुलपति डॉ. अंजिला गुप्ता ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों की जानकारी दी और घोषणा की कि जल्द ही कंप्यूटर साइंस में बी.टेक कोर्स शुरू किया जाएगा।
गोल्ड मेडल और विशेष सम्मान प्राप्त करने वाली छात्राएं
दीक्षांत समारोह में कुल 32 छात्राओं को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया।
ओवरऑल बेस्ट ग्रेजुएट का खिताब मुस्कान महतो को मिला।
अर्थशास्त्र की टॉपर शौमिनी दास को स्व. डॉ. रेखा झा स्मृति सम्मान दिया गया, जिसमें गोल्ड मेडल और 1 लाख रुपये का चेक शामिल था।
स्नातक गोल्ड मेडलिस्ट (2021-24 बैच):
मानविकी संकाय: वर्षा प्रजापति (हिंदी)
सामाजिक विज्ञान संकाय: अर्पिता दत्ता (इतिहास)
विज्ञान संकाय: मुस्कान महतो (गणित)
वाणिज्य संकाय: प्रीति कुमारी (अकाउंट्स)
व्यावसायिक संकाय : रिया कुमारी सिंह (कंप्यूटर एप्लीकेशन)
स्नातकोत्तर और व्यावसायिक कोर्स के गोल्ड मेडलिस्ट
शौमिनी दास (अर्थशास्त्र)
रिया सिंह (अंग्रेजी)
अंशिका कुमारी (दर्शनशास्त्र)
निशा कुमारी (एमबीए)
प्रियंका भकत (बीएड)
विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
इस अवसर पर जिले के उपायुक्त अनन्य मित्तल, एसएसपी किशोर कौशल, डीएसपी और अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज अरुणा झा, विश्वविद्यालय के कुलपति, संकाय सदस्य और गणमान्य लोग उपस्थित थे।
छात्राओं के लिए प्रेरणादायक संदेश
राज्यपाल संतोष गंगवार ने छात्राओं से कहा कि वे शिक्षा और कौशल के माध्यम से समाज में अपनी सशक्त भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना ने महिला सशक्तिकरण को नई ऊंचाई दी है।
छात्राओं को मिला होसला
उल्लेखनीय है कि जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय का यह दीक्षांत समारोह सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि महिला सशक्तिकरण और उच्च शिक्षा में छात्राओं की सफलता का प्रतीक था। इस अवसर पर राज्यपाल के प्रेरणादायक शब्दों ने छात्राओं को नए संकल्प के साथ आगे बढ़ने का हौसला दिया।
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