Jamshedpur : कोल्हान वोकेशनल शिक्षक संघ के प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को विश्वविद्यालय के सिंडिकेट सदस्यों से मुलाकात की। इसका उद्देश्य आगामी सिंडिकेट बैठक में कोल्हान विश्वविद्यालय अंतर्गत संचालित व्यवसायिक पाठ्यक्रम के शिक्षकों का मानदेय बढ़ाने के संबंध में चर्चा करना था। संघ ने इससे पूर्व 9 सितंबर को राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी मुलाकात की थी, जिसमें संविदा नवीनीकरण में विलंब, लंबित वेतन और मानदेय वृद्धि जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई थी। संघ की ओर से बताया गया है कि मुख्यमंत्री ने त्वरित समाधान का आश्वासन देते हुए अपने कार्यालय को इस संबंध में विश्वविद्यालय को पत्र भेजने का आदेश दिया था।
इधर, विश्वविद्यालय से भी आगामी सिंडिकेट बैठक में संविदा नवीनीकरण, लंबित वेतन और मानदेय वृद्धि पर विचार किये जाने की सूचना है। इससे पूर्व पिछले 5 सितंबर को संघ का एक प्रतिनिधिमंडल राज्य के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन से भी मिला था। शिक्षा मंत्री ने मीडिया के समक्ष कहा था कि उन्होंने विभाग को इस विषय पर उचित कार्यवाही करने का निर्देश दे दिया है, जिससे जल्द ही इन समस्याओं का समाधान हो जाएगा।
संघ की ओर से कहा गया है कि इससे पूर्व भी इस विषय पर सिंडिकेट में चर्चा हुई थी, परंतु कुछ विषमताओं के कारण अभी तक कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया है। वेतन वृद्धि में आ रही मुख्य तकनीकी अड़चन फायनांस कमेटी और नियमित वाइस चांसलर का नहीं होना था। इससे निर्णय में देरी हो रही थी। हालांकि, यह भी ध्यान देने योग्य है कि सिंडिकेट किसी विश्वविद्यालय की सर्वोच्च और गवर्निंग बॉडी होती है। अगर यह किसी निर्णय को स्वीकृति दे देता है, तो फिर किसी अन्य अप्रूवल की आवश्यकता नहीं होती।
इन सभी प्रयासों के सकारात्मक परिणाम दिखाई दे रहे हैं, और यह उम्मीद की जा रही है कि आगामी सिंडिकेट बैठक में इन मुद्दों का निवारण होगा। कोल्हान वोकेशनल शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रोफेसर अमर नाथ सिंह के नेतृत्व में संघ के सचिव प्रोफेसर सोमनाथ पांडेय, मीडिया प्रभारी प्रोफेसर संदीप कुमार, प्रोफेसर विवेक सिंह, और प्रोफेसर अमित कुमार ने ग्रेजुएट महाविद्यालय की प्राचार्य सह सिंडिकेट सदस्य डॉ. वीणा प्रियदर्शी और एलबीएसएम महाविद्यालय के प्राचार्य सह सिंडिकेट सदस्य डॉ. बीएन प्रसाद को एक निवेदन पत्र सौंपा गया। इसके अलावा एनआईटी जमशेदपुर के पूर्व प्रध्यापक व सिंडिकेट सदस्य डॉ. रंजीत प्रसाद और जेबी तुबिद को भी व्हाट्सएप के माध्यम से पत्र भेजा गया है।
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