- झारखंड सरकार क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट में संशोधन कर सकती है।
- 50 बेड से कम के अस्पतालों को छूट मिल सकती है।
- मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट को पास करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
- महिला चिकित्सकों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।
- श्रावणी मेला में ड्यूटी करने वाले चिकित्सकों को उचित मानदेय दिया जाएगा।
Jamshedpur / Ranchi : झारखंड में 50 बेड से कम के अस्पतालों को राहत मिल सकती है। राज्य सरकार क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट में संशोधन करने पर विचार कर रही है। इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने 24 सितंबर को रांची में एक बैठक बुलाई है।
चिकित्सकों की प्रमुख मांगों पर होगी चर्चा
इस बैठक में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) और झारखंड हेल्थ सर्विसेज एसोसिएशन (झासा) के पदाधिकारी भी शामिल होंगे। बैठक में चिकित्सकों की कई प्रमुख मांगों पर चर्चा होगी, जैसे कि 50 बेड से कम के अस्पतालों को छूट देना, मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट को पास करना, महिला चिकित्सकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और श्रावणी मेला में ड्यूटी करने वाले चिकित्सकों को उचित मानदेय देना।
स्वास्थ्य मंत्री ने दिया आश्वासन
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने चिकित्सकों को आश्वासन दिया है कि उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट में संशोधन के लिए केंद्र सरकार से दिशा-निर्देश लेने होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट को पास कराने के लिए वे सभी प्रयास करेंगे।
चिकित्सकों ने उठाए मुद्दे
- 50 बेड से कम के अस्पतालों को कई तरह की छूट दी जाए।
- मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट को जल्द से जल्द पास किया जाए।
- महिला चिकित्सकों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाए जाएं।
- श्रावणी मेला में ड्यूटी करने वाले चिकित्सकों को उचित मानदेय और सुविधाएं दी जाएं।
- चिकित्सक इमरजेंसी सेवा सहित रविवार को भी ड्यूटी करते हैं, उन्हें एक माह का अतिरिक्त वेतन दिया जाए।
निष्कर्ष : झारखंड सरकार चिकित्सकों की मांगों पर गंभीरता से विचार कर रही है। उम्मीद है कि जल्द ही क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट में संशोधन हो जाएगा और चिकित्सकों को कई राहतें मिलेंगी।
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