Jamshedpur : पश्चिम बंगाल में मैथन और पंचेत डैम से छोड़े गए पानी के कारण उत्पन्न बाढ़ की समस्या के चलते झारखंड की गाड़ियों पर अस्थायी रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह प्रतिबंध तीन दिनों के लिए लागू किया गया है। बाढ़ के कारण क्षेत्र की स्थिति गंभीर हो गई है, जिसके मद्देनजर झारखंड की गाड़ियों को बंगाल की ओर जाने से रोक दिया गया है।
यातायात बाधित
झारखंड की गाड़ियों पर प्रतिबंध के चलते डीबूडीह चेकपोस्ट पर मालवाहक गाड़ियों की लंबी कतार लग गई है, जिससे दिल्ली-कोलकाता लेन पर जाम की स्थिति पैदा हो गई है। इस स्थिति ने वाहन चालकों को बड़ी मुश्किल में डाल दिया है, क्योंकि उनकी गाड़ियां बीच सड़क पर ही फंस गई हैं। यहां तक कि एंबुलेंस को भी जाम के कारण आगे बढ़ने में कठिनाई हो रही है, जिससे हालात और भी गंभीर हो गए हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का रुख सख्त
मैथन और पंचेत डैम से पानी छोड़े जाने के बाद पाशकुड़ा और आसपास के जिलों में बाढ़ का संकट गहरा गया है। इस स्थिति को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और डीवीसी (दामोदर वैली कॉरपोरेशन) पर नाराजगी जताई।
मानव निर्मित समस्या : ममता बनर्जी
उन्होंने कहा कि पानी छोड़े जाने से उत्पन्न यह समस्या पूरी तरह मानव निर्मित है और इसे राज्य के खिलाफ एक साजिश करार दिया। ममता बनर्जी ने चेतावनी दी कि यदि ऐसी स्थिति जारी रही तो वे डीवीसी से संबंध तोड़ने पर विचार करेंगी और बड़ा आंदोलन छेड़ने की भी संभावना जताई।
सीएम हेमंत सोरेन पर आरोप
उन्होंने कहा कि झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन से मैंने पानी नहीं छोड़ने की गुजारिश की थी, लेकिन उन्होंने मेरी बात नहीं सुनीं। ममता बनर्जी ने कहा कि मेरी समझ में यह नहीं आता है कि आखिर बंगाल के लोग इस मैन मेड बाढ़ को क्यों भुगतेंगे? डीवीसी ने पांच लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा है। डीवीसी हमलोगों को सही जानकारी भी नहीं दे रहा है।
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