Jamshedpur : जमशेदपुर पश्चिमी से इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी बन्ना गुप्ता ने वरिष्ठ नेता सरयू राय पर तीखा हमला बोला है। गुप्ता का कहना है कि सरयू राय पहले भाजपा को हराने के लिए कमल के खिलाफ थे और आज वही कमल का प्रचार करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने राय पर जनता को भ्रमित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे केवल स्वार्थ और सत्ता की राजनीति कर रहे हैं।
बन्ना गुप्ता ने कहा कि वर्ष 2019 में सरयू राय को भाजपा से निष्कासित किया गया था और आज भी पार्टी के रिकॉर्ड में वह एक निष्कासित सदस्य के रूप में दर्ज हैं। इसके बावजूद राय अपनी चुनावी नैया को पार करने के लिए भाजपा के प्रतीक ‘कमल’ का सहारा ले रहे हैं। गुप्ता ने सवाल उठाया कि अगर राय भाजपा के सच्चे समर्थक होते, तो उनका निष्कासन आज तक रद्द क्यों नहीं किया गया?
गुप्ता ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सरयू राय की तुलना करते हुए कहा कि जैसे नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का साथ छोड़ा था, वैसे ही सरयू राय भी सच्चे अर्थों में किसी के सगे नहीं हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राय और नीतीश जैसे लोग सिर्फ अपने स्वार्थ की राजनीति करते हैं और कब मोदी समर्थक बन जाएंगे और कब मोदी विरोधी, इसका अंदाजा स्वयं उन्हें भी नहीं होता।
इसके अलावा, गुप्ता ने राय के चुनावी हलफनामे का हवाला देते हुए कहा कि राय ने स्वयं को पाक-साफ दिखाने की कोशिश की है, जबकि उनके खिलाफ विभिन्न थानों में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राय अपनी ताकत का इस्तेमाल करके इन मामलों को प्रभावित करते हैं। गुप्ता ने वर्ष 1994 के गुमला नलकूप घोटाले और आहार पत्रिका घोटाले का जिक्र किया, जिसमें राय का नाम सामने आया था।
बन्ना गुप्ता ने यह भी आरोप लगाया कि राय ने अपने चुनावी शपथ पत्र में अपनी दिवंगत पत्नी के स्थान पर ‘लागू नहीं’ लिखकर न केवल अपनी पत्नी बल्कि पूरे मातृ शक्ति का अपमान किया है। गुप्ता ने सवाल उठाया कि ऐसे व्यक्ति के मन में महिलाओं और माताओं के प्रति कैसे विचार हो सकते हैं, यह उनके इस रवैये से साफ झलकता है।
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