Gamhria (Jharkhand) : सरायकेला-खरसावां जिला के गम्हरिया प्रखंड मुख्यालय स्थित प्रखंड बाल विकास परियोजना पदाधिकारी (CDPO) कार्यालय सभागार में बुधवार को एक समीक्षा बैठक हुई। बैठक में आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं के कार्यों की समीक्षा की गई। बैठक की अध्यक्षता गम्हरिया की CDPO दुर्गेश नंदिनी ने की।

पोषण ट्रैकर एप पर रोजाना रिपोर्टिंग अनिवार्य

बैठक का मुख्य एजेंडा था “पोषण ट्रैकर एप के माध्यम से सेविकाओं द्वारा की जा रही प्रतिदिन की रिपोर्टिंग की समीक्षा।” CDPO ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी सेविकाएं हर हाल में पोषण ट्रैकर पर प्रतिदिन की रिपोर्ट समय पर अपलोड करें। उन्होंने कहा कि रिपोर्टिंग के लिए पूर्व में सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए स्मार्टफोन का समुचित उपयोग करना अनिवार्य है।

सेविकाएओं बताई कराया समस्या
गम्हरिया प्रखंड के तीनों सेक्टरों से आई सैकड़ों आंगनबाड़ी सेविकाएं और सहायिकाएं इस बैठक में उपस्थित रहीं। सेविकाओं ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि कई बार ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क की समस्या के कारण रिपोर्ट अपलोड करना मुश्किल होता है।
नेटवर्क की समस्या के समाधान का आश्वासन
सीडीपीओ दुर्गेश नंदिनी ने सेविकाओं की समस्याओं को गंभीरता से सुना और भरोसा दिलाया कि नेटवर्क संबंधी दिक्कतों को वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष उठाया जाएगा ताकि तकनीकी रुकावटों को दूर कर रिपोर्टिंग प्रक्रिया को और सहज बनाया जा सके।
नियमित प्रशिक्षण से सशक्त हो रही हैं सेविकाएं
बैठक में यह भी जानकारी दी गई कि सेविकाओं को पोषण ट्रैकर ऐप के सुचारु संचालन के लिए नियमित प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसका उद्देश्य है— मातृ एवं शिशु पोषण से जुड़ी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करना। पोषण अभियान (Poshan Abhiyaan) के अंतर्गत यह एक अहम पहल मानी जा रही है।
गौरतलब है कि यह बैठक न केवल पोषण ट्रैकर के तकनीकी उपयोग पर केंद्रित रही, बल्कि सेविकाओं की चुनौतियों को समझने और उनका समाधान निकालने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण प्रयास थी। इससे स्पष्ट है कि प्रशासन पोषण योजनाओं की पारदर्शिता और प्रभावशीलता सुनिश्चित करने को लेकर सजग है।