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Arka Jain University में जुटे 27 राज्यों से आए पीएम श्री स्कूलों के प्राचार्य, प्रथम चरण में सीखे नवाचार के गुरु

विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय ‘आईडीई बूटकैंप’ आरंभ

Jamshedpur : सरायकेला-खरसावां जिले के गम्हरिया स्थित अरका जैन यूनिवर्सिटी (Arka Jain University) में बुधवार को तीन दिवसीय “इनोवेशन, डिजाइन एंड एंटरप्रेन्योरशिप (IDE) बूटकैंप” की शुरुआत हुई। इस तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) और शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल (MIC) के संयुक्त तत्वावधान में किया गया है। एआईसीटीई के चेयरमैन प्रो. सीताराम टी.जी., वाइस चेयरमैन डॉ. अभय जेरे एवं स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के एडिशनल सेक्रेटरी धीरज साहू एवं ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया।

इस अवसर पर सरायकेला-खरसावां जिला के जिला शिक्षा पदाधिकारी सह जिला शिक्षा अधीक्षक कैलाश मिश्रा ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। इस क्रम में उन्होंने शिक्षकों के योगदान व उसकी महत्ता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि छात्रों में रचनात्मकता और समस्या-समाधान की क्षमता विकसित करने में शिक्षकों की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है।

शिक्षा मंत्रालय इनोवेशन सेल के स्टार्टअप फेलो गोपाल शर्मा ने स्कूली, तकनीकी व उच्च शिक्षा को जोड़ने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए एक समावेशी पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण जरूरी है। इससे उद्यमिता और नवाचार को गति मिलेगी।

इसके बाद विशेषत्र सत्र हुआ। इसमें एमिटी यूनिवर्सिटी, झारखंड के प्रो. सिद्धार्थ राजा हलदर और बैंगलुरु स्थित आरवीए यूनिवर्सिटी की प्रो. पल्लवी बिरादर ने कार्यक्रम के विषयवस्तु पर विस्तृत चर्चा की। इस दौरान दोनों विशेषज्ञ वक्ताओं ने ‘डिजाइन थिंकिंग’ और ‘इनोवेशन पेडागोजी’ पर कई महत्वपूर्ण जानकारी दी। इस क्रम में उन्होंने समस्या की पहचान और स्कूलों में उद्यमी मानसिकता विकसित करने के संबंध में व्यावहारिक जानकारी दी।

उद्घाटन सत्र में अरका जैन यूनिवर्सिटी के प्रोवीसी डॉ. अंगद तिवारी ने बताया कि इस तीन दिवसीय कार्यक्रम का उद्देश्य इसका उद्देश्य पीएम श्री स्कूलों के प्राचार्यों व शिक्षकों को उद्यमिता के क्षेत्र में नवाचार के प्रति जागरूक व प्रशिक्षित करना है, ताकि विद्यार्थियों का करियर संवारने की दिशा में वे अहम भूमिका निभा सकें। इसके साथ ही कार्यक्रम में शिक्षकों को डिजाइन थिंकिंग की व्यावहारिक जानकारी, शिक्षा व्यवस्था में रचनात्मक बदलाव लाने के लिए रणनीति तैयार करने तथा स्कूलों में उद्यमिता-आधारित सीखने की संस्कृति लागू करने आदि पर विचार-मंथन किया जाएगा। ताकि नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के उद्देश्यों को धरातल पर उतारने के साथ ही विद्यार्थियों का भविष्य संवारा जा सके।

इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में झारखंड के सभी जिलों से आए पीएम श्री स्कूलों के 109 प्राचार्य व शिक्षक तथा अरका जैन यूनिवर्सिटि के अधिकारी व शिक्षक-शिक्षिकाएं शामिल हो रहे हैं। बूटकैंप का आयोजन वाधवानी फाउंडेशन के सहयोग से किया जा रहा है।

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