विश्वविद्यालय में अनुसंधान प्रस्ताव लेखन पर कार्यशाला आयोजित

जमशेदपुर : अरका जैन विश्वविद्यालय ने सरकारी एजेंसियों में अनुदान के लिए अनुसंधान प्रस्ताव लिखने पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला में अनुसंधान सलाहकार और पूर्व यूजीसी अधिकारी डॉ. अनंत राम ने प्रतिभागियों को सफल अनुसंधान प्रस्ताव तैयार करने की महत्वपूर्ण तकनीकों से अवगत कराया।

डॉ. अनंत राम ने फंडिंग एजेंसियों की पहचान, प्रस्ताव लेखन की रणनीतियाँ और परियोजना प्रस्ताव को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने के तरीके साझा किए। कार्यशाला विशेष रूप से विश्वविद्यालय के संकाय सदस्यों के लिए आयोजित की गई थी, ताकि वे सरकारी अनुदान प्राप्त करने के लिए बेहतरीन अनुसंधान प्रस्ताव तैयार कर सकें।

संकाय सदस्यों को मिला व्यावहारिक प्रशिक्षण
इस कार्यशाला के दौरान, प्रतिभागियों ने व्यावहारिक प्रशिक्षण और गहन सत्रों के माध्यम से अपने लेखन कौशल को निखारने का अवसर प्राप्त किया। विश्वविद्यालय के निदेशक सह रजिस्ट्रार डॉ. अमित कुमार श्रीवास्तव ने समापन सत्र के दौरान संकाय सदस्यों को नवीन अनुसंधान प्रस्ताव प्रस्तुत करने के लिए प्रेरित किया।
इस कार्यशाला में प्रो. (डॉ.) एस.एस. रज़ी, प्रो. डॉ. अंगद तिवारी, डॉ. जसबीर सिंह धंजल, सभी विभागों के डीन और एचओडी उपस्थित थे। विश्वविद्यालय ने अपने संकाय सदस्यों को अनुसंधान में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करने की प्रतिबद्धता दोहराई।
नवाचार और शोध को मिलेगा बढ़ावा
अरका जैन विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रबंधन नवाचार और शोध संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयासरत है। यह कार्यशाला न केवल संकाय सदस्यों के अनुसंधान लेखन कौशल को विकसित करने में सहायक रही, बल्कि उन्हें सरकारी अनुदान प्राप्त करने की प्रक्रिया को भी बारीकी से समझने का अवसर मिला।
[wpse_comments_template]