दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में पांच देशों के विशेषज्ञों ने साझा किए विचार, शोध और नवाचार को मिला मंच
Jamshedpur : शहर स्थित अरका जैन विश्वविद्यालय ने एक बार फिर अकादमिक नवाचार की दिशा में बड़ी पहल करते हुए “मानवता और तकनीक : बहुविषयक दृष्टिकोण की खोज” विषय पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन ICHTEMP-2025 का आयोजन किया। यह वर्चुअल सम्मेलन न्यूक्लियस ऑफ लर्निंग एंड डेवलपमेंट और केआईआईटी डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी के सहयोग से आयोजित हुआ।
कुलपति प्रो. ईश्वरन अय्यर ने की सम्मेलन की अध्यक्षता
सम्मेलन की शुरुआत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) ईश्वरन अय्यर की अध्यक्षता में हुई। विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार सह निदेशक डॉ. अमित कुमार श्रीवास्तव और मुख्य वित्त अधिकारी ऋचा गर्ग संरक्षक के रूप में जुड़े। डॉ. सोनिया रियात और डॉ. राजकुमारी घोष मुख्य संयोजक रहीं, जबकि डॉ. रूपा सरकार, डॉ. प्रद्यमनसिंह राज और डॉ. शारदा आचार्य सह-संयोजक के रूप में सक्रिय रहे।
मानवता और तकनीक का संबंध पहले से कहीं अधिक अनिवार्य : डॉ. अफशिन खान
क्लीवलैंड क्लिनिक (ओहायो, अमेरिका) से जुड़े प्रतिष्ठित वैज्ञानिक डॉ. अफशिन खान ने उद्घाटन भाषण में “पृथ्वी और अंतरिक्ष”, “अंतःविषय विज्ञान”, और “भविष्य की भाषाएं” जैसे विषयों पर विचार रखे। उन्होंने कहा कि आज मानवता और तकनीक का संबंध पहले से कहीं अधिक गहरा और अनिवार्य हो गया है।
पांच तकनीकी ट्रैक्स में वैश्विक विशेषज्ञों ने रखे विचार
ट्रैक 1 : फार्मास्युटिकल, नर्सिंग और मेडिकल रिसर्च
- मुख्य वक्ता : डॉ. अवधेश कुमार मिश्रा (दक्षिण कोरिया)
- अध्यक्ष : डॉ. बिस्वरंजन प्रधान (IIT भुवनेश्वर)
- संचालक : डॉ. श्वेता (अरका जैन यूनिवर्सिटी)
ट्रैक 2 : सामाजिक विज्ञान एवं मानविकी
- मुख्य वक्ता : डॉ. थिलिप कुमार ए/एल मूर्ति (मलेशिया)
- अध्यक्ष : डॉ. अनुराधा कुंडा (मालदा कॉलेज)
- संचालक : डॉ. प्रद्यमनसिंह राज
ट्रैक 3 : STEM (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित)
- मुख्य वक्ता : बलराम दयाल (फ्रांस)
- अध्यक्ष : डॉ. हिमांशु (चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी)
- संचालक : डॉ. शाइन फातमा
ट्रैक 4 : सामान्य प्रबंधन एवं अंतःविषय अनुसंधान
- मुख्य वक्ता : डॉ. एस. त्रिपाठी (बहरीन यूनिवर्सिटी)
ट्रैक 5 : विधि एवं उप-विषय
- मुख्य वक्ता : डॉ. मधुरिमा दासगुप्ता (श्रीलंका-फिनलैंड)
- संचालक : डॉ. कोयल रॉय (अरका जैन यूनिवर्सिटी)
सर्वश्रेष्ठ शोधपत्रों को मिला सम्मान
सम्मेलन के दौरान प्रस्तुत शोधपत्रों में से पाँच को ‘सर्वश्रेष्ठ पेपर पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया, जिनमें शामिल हैं:
- चिकित्सा वर्ग : देबाशीष मिश्रा (सेंचुरियन यूनिवर्सिटी)
- सामाजिक विज्ञान : शालिनी ओझ (अरका जैन यूनिवर्सिटी)
- STEM वर्ग : नेहा स्वाति बक्सला (रांची यूनिवर्सिटी)
- प्रबंधन वर्ग : मैनाक घोष (IIT खड़गपुर)
- विधि वर्ग : डॉ. अफरुजा नसरीन इस्लाम (जोरहाट लॉ कॉलेज), दीपोम बोरुआ व आकाश चटर्जी (कलकत्ता विश्वविद्यालय)
सम्मेलन का उद्देश्य और निष्कर्ष
प्रकाश जैन यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ अमित कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन ICHTEMP-2025 का उद्देश्य विज्ञान, तकनीक, मानविकी और कानून जैसे क्षेत्रों में बहुस्तरीय संवाद और नवाचार को प्रोत्साहित करना था। समापन समारोह में आयोजकों एवं प्रतिभागियों ने इस सम्मेलन को शोध और वैश्विक सहयोग की दिशा में मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा कि इस आयोजन ने मानवता और तकनीक के बीच समरसता स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जिससे शैक्षणिक दुनिया में नई सोच और अनुसंधान को गति मिलेगी।