Jharkhand Prabhat Desk : झारखंड में विधानसभा चुनाव (Assembly Election) की तारीखों का ऐलान होते ही राज्य में चुनावी माहौल गरमा गया है। चुनाव आयोग ने राज्य की 81 सीटों के लिए दो चरणों में मतदान कराने का फैसला किया है। इसके साथ ही राज्य में आदर्श आचार संहिता भी लागू हो गई है। हेमंत सोरेन सरकार का कार्यकाल 5 जनवरी 2025 को समाप्त हो रहा है, इसलिए यह चुनाव राज्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं।
पहले चरण की वोटिंग 13 नवंबर को
चुनाव आयोग के अनुसार, पहले चरण की वोटिंग 13 नवंबर को होगी, जिसमें कोडरमा, हजारीबाग, जमशेदपुर, रांची और खूंटी समेत 41 सीटों पर मतदान होगा। दूसरे चरण की वोटिंग 20 नवंबर को होगी, जिसमें दुमका, देवघर, पाकुड़, धनबाद, बोकारो और रामगढ़ समेत 40 सीटों पर मतदान होगा। वोटों की गिनती 22 नवंबर को होगी।
85 साल से अधिक उम्र वालों के लिए विशेष व्यवस्था
चुनाव आयोग ने बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। 85 साल से अधिक उम्र के मतदाता घर बैठे वोट डाल सकेंगे। हर गतिविधि की वीडियोग्राफी की जाएगी और किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना की सूचना सी-विजिल ऐप के माध्यम से दी जा सकती है, जिसे 90 मिनट के भीतर हल किया जाएगा।
झारखंड में 11.84 लाख नए मतदाता
झारखंड में इस बार कुल 2.6 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, जिसमें से 11.84 लाख लोग पहली बार वोट डालेंगे। राज्य में 81 विधानसभा सीटों के लिए कुल 29,562 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। आयोग ने यह सुनिश्चित किया है कि सभी पोलिंग बूथ 2 किमी के दायरे में हों, जिससे मतदाताओं को लंबी दूरी तय न करनी पड़े।
JMM-BJP के बीच कड़ी टक्कर की उम्मीद
झारखंड की राजनीति में मुख्य मुकाबला झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच माना जा रहा है। 2019 के चुनाव में JMM ने भाजपा को हराकर सत्ता हासिल की थी, और इस बार भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पार्टी पूरी ताकत के साथ चुनाव मैदान में उतरी है। वहीं, BJP भी राज्य में सत्ता वापसी के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है।
सहयोगी दलों के साथ रणनीति बनाने में जुटी JMM
JMM अपनी सहयोगी पार्टियों कांग्रेस और राजद के साथ गठबंधन को मजबूत करने पर ध्यान दे रही है। वहीं, BJP ने भी चुनाव प्रबंधन समिति की बैठकें शुरू कर दी हैं। JMM का दावा है कि उनका संगठन मजबूत है और उनके द्वारा किए गए विकास कार्यों के आधार पर वे चुनाव जीतेंगे।
2019 के मुकाबले इस बार चुनाव दो चरणों में
पिछली बार झारखंड में चुनाव पांच चरणों में हुए थे, लेकिन इस बार चुनाव आयोग ने इसे दो चरणों में संपन्न कराने का फैसला किया है। चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही राज्य के राजनीतिक दलों ने चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। अब देखना होगा कि कौन सा दल झारखंड की जनता का विश्वास जीतने में सफल होता है।
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