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XLRI Jamshedpur: Workshop on sensitization and prevention of sexual harassment, complain about online harassment too

POSH awareness Workshop at XLRI : एक्सएलआरआई में कार्यस्थल पर सम्मान, जेंडर सेंसिटाइजेशन व यौन उत्पीड़न रोकथाम विषय पर कार्यशाला आयोजित

Jamshedpur (Jharkhand) : जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट (XLRI) जमशेदपुर ने कार्यस्थल पर एक समावेशी, सुरक्षित और सशक्त वातावरण को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। संस्थान की आंतरिक शिकायत समिति (ICC) के तत्वावधान में फैकल्टी और स्टाफ के लिए जेंडर संवेदीकरण एवं पीओएसएच (कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न की रोकथाम) पर एक विशेष जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया।

POSH कानून की बारीकियां समझाई गईं

प्रोफेसर आयातक्षी सरकार ने प्रतिभागियों को पीओएसएच (POSH) कानून की मूल अवधारणाओं, संस्थान के दायित्वों और प्रत्येक व्यक्ति की नैतिक जिम्मेदारियों से विस्तार से अवगत कराया। इस दौरान आईसीसी की कानूनी जिम्मेदारियां और उसकी संरचना, शिकायतों के निपटारे में गोपनीयता और अपनाई जाने वाली उचित प्रक्रिया, झूठी शिकायतों को लेकर समाज में फैली गलत धारणाएं और साक्ष्यों के महत्व पर विशेष जोर दिया गया। साथ ही, एक स्वस्थ और आदर्श माहौल बनाने में शिक्षकों और कर्मचारियों की भूमिका को भी रेखांकित किया गया।

ऑनलाइन यौन उत्पीड़न पर भी दी गई जानकारी

कार्यशाला में यह भी बताया गया कि आज के आधुनिक युग में यौन उत्पीड़न की परिभाषा काफी बदल गई है। अब यह केवल ऑफलाइन तक ही सीमित नहीं रह गया है, बल्कि ऑनलाइन माध्यमों से भी यौन उत्पीड़न किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में किस प्रकार से शिकायतें दर्ज कराई जा सकती हैं, इससे संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी भी प्रतिभागियों को प्रदान की गई।

सामूहिक नैतिक जिम्मेदारी : प्रो. सरकार

प्रो. सरकार ने अपने संबोधन में कहा कि पीओएसएच का अनुपालन मात्र एक कानूनी औपचारिकता नहीं है, बल्कि यह हम सभी की सामूहिक नैतिक जिम्मेदारी है। संस्थान के प्रत्येक सदस्य की भूमिका एक सम्मानजनक और सुरक्षित वातावरण को आकार देने में अत्यंत महत्वपूर्ण होती है।

प्रश्नोत्तर सत्र में मिले प्रतिभागियों के सावालों के जवाब

सत्र के अंत में एक खुला प्रश्नोत्तर सत्र भी आयोजित किया गया, जिसमें प्रतिभागियों ने खुलकर अपनी जिज्ञासाएं रखीं और प्रोफेसर सरकार ने उनके सभी प्रश्नों का संतोषजनक उत्तर दिया। यह सत्र प्रतिभागियों के लिए काफी ज्ञानवर्धक रहा।

146 प्रतिभागr हुए शामिल

इस महत्वपूर्ण कार्यशाला में कुल 146 फैकल्टी सदस्यों और कर्मचारियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। कार्यक्रम का नेतृत्व आईसीसी की संयोजक और पीओएसएच एक्ट 2013 की प्रमाणित ट्रेनर प्रोफेसर आयातक्षी सरकार ने किया।

पहले भी हो चुका है आयोजन

उल्लेखनीय है कि इस सत्र से पहले एक्सएलआरआई में अध्ययनरत विभिन्न पाठ्यक्रमों के विद्यार्थियों के लिए भी इसी विषय पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जा चुका है। इससे यह स्पष्ट होता है कि यह प्रतिष्ठित संस्थान न केवल शिक्षाविदों तक सीमित है, बल्कि अपने विद्यार्थियों से लेकर संपूर्ण कार्यबल तक, सभी के लिए गरिमा और आपसी सम्मान सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।

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