Jamshedpur : अर्का जैन विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ नर्सिंग की ओर से विश्व कैंसर दिवस मनाया गया। इस अवसर पर एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम उन्नत भारत अभियान और स्टूडेंट नर्सेज एसोसिएशन (SNA) के सहयोग से मुसारी कुदर गांव में हुआ। इसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को स्तन कैंसर के प्रति जागरूक करना और स्व-परीक्षण (Self-Examination) की आदत विकसित करने के लिए प्रेरित करना था।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बताए स्तन कैंसर से बचाव के उपाय

कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत भाषण से हुई, जिसके बाद स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने स्तन स्व-परीक्षण के महत्व और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के फायदों पर प्रकाश डाला। छात्रों ने कैंसर की प्रारंभिक पहचान और रोकथाम के उपाय विस्तार से समझाए। विशेषज्ञों ने स्तन स्व-परीक्षण की विधि को प्रायोगिक रूप से प्रस्तुत किया, ताकि महिलाएं इसे अपने दैनिक जीवन में आसानी से अपना सकें।

स्व-परीक्षण से कैंसर की शुरुआती पहचान संभव
विशेषज्ञों ने बताया कि नियमित स्व-परीक्षण से शुरुआती लक्षणों को पहचाना जा सकता है, जिससे समय रहते चिकित्सकीय परामर्श लिया जा सके। इसके अलावा, संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने पर भी जोर दिया गया। महिलाओं को यह भी समझाया गया कि यदि उन्हें कोई असामान्यता महसूस होती है, तो वे तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
छात्रों ने किया शैक्षिक सामग्री का वितरण
कार्यक्रम के अंत में प्रश्नोत्तरी सत्र हुआ, जिसमें महिलाओं ने अपनी शंकाओं का समाधान पाया। छात्रों ने स्वास्थ्य जांच के महत्व को समझाते हुए शैक्षिक पर्चे और जागरूकता सामग्री वितरित की, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग लाभान्वित हो सकें।
विश्वविद्यालय अधिकारियों ने कार्यक्रम को सराहा
अर्का जैन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ईश्वरन अय्यर ने कहा, “स्वास्थ्य जागरूकता अभियानों के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है। स्तन कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के प्रति सतर्कता और प्रारंभिक पहचान से कई जिंदगियां बचाई जा सकती हैं।”
निदेशक सह रजिस्ट्रार डॉ. अमित श्रीवास्तव ने कहा, “यह कार्यक्रम हमारे सामाजिक उत्तरदायित्व की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। विश्वविद्यालय हमेशा समुदाय की सेवा के लिए तत्पर रहेगा।”
डीन, स्टूडेंट्स वेलफेयर डॉ. अंगद तिवारी ने इस अभियान में छात्रों की भूमिका की सराहना करते हुए कहा, “हमारे विद्यार्थी समाज सेवा में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं, जो गर्व की बात है।”
संयुक्त रजिस्ट्रार डॉ. जसबीर सिंह धनजल ने कहा, “स्वास्थ्य और शिक्षा के मेल से ही समाज में वास्तविक बदलाव संभव है। ऐसे कार्यक्रम समुदाय की जरूरतों को समझने और पूरा करने में सहायक होते हैं।”
अर्का जैन विश्वविद्यालय की समाज सेवा में सक्रिय भागीदारी
गौरतलब है कि अर्का जैन विश्वविद्यालय लगातार सामुदायिक स्वास्थ्य और जागरूकता अभियानों में सक्रिय रूप से भाग लेता आ रहा है। यह आयोजन विश्वविद्यालय के इस संकल्प को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।
इस कार्यक्रम का आयोजन स्कूल ऑफ नर्सिंग की प्रिंसिपल प्रो. जिनु एनी जोसेफ और वाइस प्रिंसिपल प्रो. शिल्पा जे. के मार्गदर्शन में किया गया।
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