Jamshedpur : बिष्टुपुर स्थित लोयोला स्कूल में शनिवार, 30 नवंबर का दिन बच्चों के लिए बेहद खास रहा। बच्चों ने विलंबित बाल दिवस को हर्षोल्लास और मनोरंजन से भरपूर गतिविधियों के साथ मनाया। यह अवसर बच्चों की मासूमियत का जश्न मनाने और उनकी यादों में अनमोल पल जोड़ने का था।
जूनियर सेक्शन का भव्य बाल मेला
लोयोला स्कूल के जूनियर सेक्शन में आयोजित बाल मेला का शुभारंभ उप-प्रधानाचार्या विनीता एफ एक्का के मार्गदर्शन में हुआ। उत्साह और ऊर्जा से भरपूर इस मेले का उद्घाटन स्कूल के फादर रेक्टर के.एम. जोसेफ और प्रधानाचार्य फ्रिंसिपल विनोद फर्नांडीज ने ईश्वर की प्रार्थना के साथ किया।
मेले को सुव्यवस्थित रखने के लिए इसे विभिन्न समय स्लॉट्स में बांटा गया। नर्सरी से कक्षा 2 तक के बच्चों ने मेले का आनंद लिया, जबकि कक्षा 3 से 5 तक के बच्चों ने स्कूल के फैसी ऑडिटोरियम में अपनी मित्रमंडली के साथ ‘गुड डाइनोसॉर’ फिल्म का मजा लिया। इसके बाद वे भी मेले का हिस्सा बने।
बच्चों के लिए मनोरंजन और स्वाद का संगम
बच्चों ने मेले में विभिन्न खेलों के स्टॉल्स पर शानदार प्रदर्शन करते हुए रोमांचक पुरस्कार जीते। स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठाते हुए उन्होंने मेले की हर गतिविधि का आनंद लिया।
सॉन्ग रिक्वेस्ट कॉर्नर ने बच्चों के दिन को और खास बना दिया। यहां उन्होंने अपने शिक्षकों और मित्रों के लिए गानों की फरमाइश की और तेज-तर्रार धुनों पर थिरकते हुए जमकर मस्ती की।
पिकनिक : मिडिल स्कूल के बच्चों के लिए खास अनुभव
इस अवसर पर कक्षा 6, 7 और 8 के छात्रों के लिए मिडिल स्कूल शिक्षकों ने अलग-अलग पिकनिक स्थलों का आयोजन किया। कक्षा 6 के बच्चे वेव इंटरनेशनल, कक्षा 7 के बच्चे हिल व्यू, और कक्षा 8 के छात्र टेंथ माइलस्टोन जैसे रिसॉर्ट्स में ले जाए गए।
पिकनिक की खास बातें
दिन की शुरुआत से ही बच्चों में जबरदस्त उत्साह था।
पिकनिक स्थलों पर मनोरंजक खेल और गतिविधियों ने बच्चों को जोड़े रखा।
संगीत और नृत्य ने बच्चों का दिल जीत लिया।
स्वादिष्ट स्नैक्स और भोजन ने बच्चों को ऊर्जा से भरपूर बनाए रखा।
शिक्षकों ने सक्रियता से भाग लिया और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की।
प्रधानाचार्य का संदेश
इस अवसर पर स्कूल के प्रधानाचार्य फादर विनोद फर्नांडीज ने कहा, “14 नवंबर को विधानसभा चुनावों के कारण बाल दिवस नहीं मनाया जा सका, लेकिन मेला और पिकनिक ने बच्चों को दोगुना आनंद दिया। ऐसी गतिविधियां बच्चों के लिए कक्षा से बाहर मस्ती और संबंध बनाने का अवसर प्रदान करती हैं। यह समग्र शिक्षा का एक अहम हिस्सा है।”
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